बुधवार, 31 मार्च 2010

आंसू

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हर भावुक क्षण में
बहने वाला
आंसू का एक-एक कतरा
कितना अमूल्य होता है
इसका अहसास
हर वह व्यक्ति कर सकता है
जिसे आंसू का मोल पता है।
तुम्हारे आंसुओं का बहना
मुझे प्रायः विचलित कर जाता है।
मैं कह ही नहीं पाता हूं
कि तुम्हारे आंसू कितने कीमती हैं?
बस मेरा एक आग्रह है तुमसे
कीमती कतरों को इतना ना बहाओ
कि यह मेरे आंसुओं को
निमंत्रित कर ले ।
भावुक क्षण हर व्यक्ति
की अनमोल उपलब्धि है
एक स्नेहिल अनुभूति है।
इस अनुभूति को
मानस में संजोए जाओ
मेरा आग्रह है
उन्हें आंसुओं में न बहाओ।


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